इंदौर में ED की छापामार कार्रवाई, फर्जी बिल लगाकर 125 करोड़ के घोटाले के सिलसिले में 125 करोड़ रुपए के फर्जी बिलों के खिलाफ छापेमारी की अभय राठौर और अनिल कुमार गर्ग के ठिकानों पर छापे मारे गए हैं।
इस मामले में कई ठेकेदार और आईएमसी अधिकारी गिरफ्तार हुए हैं। नगर निगम में अकाउंटेंट अनिल गर्ग के ठिकानों पर ये छापामार कार्यवाई जारी है। ये महालक्ष्मी नगर में की जा रही है पूरा मामला ड्रेनेज घोटाले को लेकर है। फर्जी बिल लगाकर करोड़ों का घोटाला करने के आरोप है ।
आपको बता दें कि ED ने कार्रवाई की शुरुआत गर्ग निवास 184-A महालक्ष्मी नगर ‘ओम सुख सांई एवेन्यू’ से की। जैसे ही परिवार ने ED की टीम को देखा तो घबरा गए और जवाब देने से बचते नजर आए।
क्या है फर्जी बिल का मामला?
इंदौर नगर निगम में 120 करोड़ रु का फर्जीवाड़ा हुआ है। ये फर्जीवाड़ा ड्रेनेज से जुड़े कार्यों में हुआ।आरोप हैं कि 8 से ज्यादा ठेकेदारों ने बगैर काम किए फर्जी बिल लगाकर नगर निगम को चूना लगाया है। 120 करोड़ के फर्जी बिलों के भुगतान के मामले में ऑडिट और लेखा विभाग के कर्मियों की मिलीभगत भी सामने आ रही है।
इन आरोपियों के यहां पहुंची ED
- रेणु वडेरा, आशीष नगर
- मो जाकिर, मदीना नगर
- राहुल वडेरा निवासी 2 आशीष नगर
- राजकुमार साल्वी निवासी 78 अम्बिकापुरी
- हरीश श्रीवास्तव निवासी 55 सुखदेवनगर
- प्रो. एहतेशाम खान निवासी 128 माणिक बाग
- जाहिद खान निवासी 101 सकीना अपार्टमेंट अशोका कॉलोनी
- मो साजिद निवासी मदीना नगर
- मो सिद्दीकी निवासी मदीना नगर
- उदयसिंह भदौरिया 31-सी सुखलिया
- मुरलीधर 697 शिव सिटी राऊ
- मौसम व्यास शिव सिटी राऊ